ऐ नर्गिस-ए-मस्तानाबस इतनी शिकायत हैबस इतनी शिकायत हैसमझा हमें बेगानाबस इतनी शिकायत हैबस इतनी शिकायत हैऐ नर्गिस-ए-मस्तानाहर राह पर कतरायेहर मोड़ पर घबरायेमुँह फेर लिया है तुमनेहम जब भी नज़र आयेमुँह फेर लिया है तुमनेहम जब भी नज़र आयेहो……….हमको, नहीं पहचानाबस इतनी शिकायत हैबस इतनी शिकायत हैऐ नर्गिस-ए-मस्तानाहो जाते हो बरहम भीबन जाते हो हमदम… Continue reading ऐ नर्गिस-ए-मस्ताना बस इतनी शिकायत है