शर्मा के यूँ न देख अदा के मक़ाम सेअब बात बढ़ चुकी है हया के मक़ाम से तस्वीर खींच ली है तिरे शोख़ हुस्न कीमेरी नज़र ने आज ख़ता के मक़ाम से दुनिया को भूल कर मिरी बाँहों में झूल जाआवाज़ दे रहा हूँ वफ़ा के मक़ाम से दिल के मुआ’मले में नतीजे की फ़िक्र… Continue reading शरमा के यूँ न देख अदा के मक़ाम से